आईये, मैं आपको एक असली भूतिया कहानी सुनाता हूँ। यह कहानी एक छोटे गाँव की है, जहाँ एक भूतिया घर की कहानी सच्चाई से मिलती है।
गाँव की एक पुरानी हवेली थी, जो एक समय बहुत ही समृद्ध और खुशमिजाज रहती थी। लेकिन एक रात, उस हवेली में एक घटना हुई जो लोगों को हैरान कर देने वाली थी।
वहाँ का पुराना सिगड़ा, जो कि बड़ी उम्र का आदमी था, अपनी रोज़मर्रा की चाय पीने के लिए अपनी आदत के हिसाब से हवेली के प्रांगण में जाता था। लेकिन एक रात, जब वह चाय के लिए बाहर गया, तो उसने कुछ अजीब सुनाई दिया।
वह सुनने के लिए रुक गया और एक अजीब सी आवाज सुनाई दी, जो उसको बेहद डरावनी लगी। वह अपनी चाय की पियाली लेकर भागते हुए अपने कमरे में लौट आया, लेकिन उस रात उसने नींद का एक आँच भी नहीं सुना।
उसके बाद, उस घटना की बारीकियों को समझने का प्रयास करने के लिए कई लोगों ने उसी घर में रहकर देखा, और हर बार उन्हें कुछ न कुछ अजीब सा महसूस होता था।
उनके अनुसार, रात को हवेली के अंदर अजीबोगरीब आवाज़ें सुनाई देती थीं, जैसे कि चींटियों की चीखें और अनजाने गर्जने। वे यह भी देखते थे कि रात के समय हवेली के अंदर कुछ अजीब आवाज़ें आती थीं, जो जैसे ही कोई उनके पास जाता, वे थम जाती थीं।
इसी तरह की कई घटनाएं हो चुकी थीं, जिसने लोगों को विश्वास दिलाया कि यह हवेली सचमुच भूतिया है। कुछ लोग तो उसे रात को ही छोड़कर वहाँ से चले गए, जबकि कुछ लोग अब भी उसे डरावना मानते हैं।
आज भी, उस हवेली की बातें गाँव के लोगों के बीच में सुनी जाती हैं, और उसे एक भूतिया घर के रूप में जाना जाता है। यह कहानी वास्तविकता में भूतिया हो सकती है या फिर केवल एक रोमांचक कथा हो सकती है, लेकिन इसका असर लोगों पर गहरा होता है।
If you have any doubts, please let me know